प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारत को वैश्विक शिक्षा केन्द्र के रूप में स्थापित करेगी और देश में नए अवसर उत्पन्न करेगी। प्रधानमंत्री ने आज Video conference के ज़रिए IIT Guwahati के Convocation ceremony को संबोधित करते हुए आशा व्यक्त की कि युवाओं के सपनों से ही आने वाले दिनों में देश की वास्तविकता आकार लेगी। उन्होंने कहा कि National education policy का उद्देश्य शिक्षा को प्रौद्योगिकी से जोड़ना है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस नीति के तहत राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी शिक्षा नीति मंच स्थापित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि शोध के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति में पर्याप्त प्रावधान किए गए हैं। इसके लिए धन उपलब्ध कराने की भी व्यवस्था की गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने आज 300 विद्यार्थियों को Ph. D. Degree दिए जाने की सराहना की। Covid-19 महामारी से निपटने में IIT Guwahati की भूमिका की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह संस्थान क्षेत्र में बाढ़ और भूस्खलन से निपटने तथा अनुसंधान के ज़रिए स्थानीय संसाधनों को बढ़ावा देने में मदद करेगा।
इस अवसर पर असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने Covid महामारी से लड़ाई में IIT Guwahati की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस संस्थान से राज्य को आपदा प्रबंधन और जोखिम कम करने में मदद मिली है।
केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में IIT Guwahati ने महत्वपूर्ण निभाई है। उन्होंने विद्यार्थियों से भावी चुनौतियों के लिए तैयार रहने का आग्रह किया।
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