इंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी है,
खामोशियो की आदत हो गयी है,
न शिकवा रहा न शिकायत किसी से,
अगर है तो एक मोहब्बत,
जो इन तन्हाइयों से हो गई है।
प्यार वो है जो जज्बात को समझे,
मोहब्बत वो है जो एहसास को समझे,
मिलते हैं जहाँ में बहुत अपना कहने वाले,
पर अपना वो है जो बिन कहे हर बात समझे।
Pyar wo hai jo jazbat ko samjhe,
Mohabbat vo hai jo ehsaas ko samajhe,
Milate hain jahaan mein bahut apana kahane vaale,
Par apana vo hai jo bin kahe har baat samajhe.
मजबूरी के साथ कभी मुझे प्यार मत करना,
एहसान करके मुझे कभी खुशिया दान मत करना,
दिल करे तो सच्चा प्यार करना वरना…
झूठी अफवाओं से मुझे बदनाम ना करना।
मेरी ज़िन्दगी में दर्द तो बहोत हैं,
मगर कभी किसी को दिखाया नहीं और
बिना दिखाए मेरे दर्द को समझ सके
ऐसा खुदा ने मेरे लिए कोई बनाया नहीं।
पास नही हो फिर भी तुम्हे प्यार करते हैं,
देखकर तस्वीर तुम्हारी तुम्हे याद करते हैं,
दिल में इतनी तड़प है,
के हर वक्त तेरे मिलने की फरियाद करते हैं!
रब करे ज़िंदगी में ऐसा मुकाम आए,
मेरी रूह और जान आपके काम आए,
हर दुआ में बस यही मांगते हैं रब से कि
अगले जन्म में भी.. तेरे नाम के साथ मेरा नाम आये।
रोती हुई आँखो मे इंतेज़ार होता है,
ना चाहते हुए भी प्यार होता है,
क्यू देखते है हम वो सपने,
जिनके टूटने पर भी उनके सच होने का इंतेज़ार होता है!
मुझे पता नहीं है कि मोहब्बत क्या चीज है,
बस इतना पता है कि
हजारों दिल तोड़ने पड़ते हैं एक यार की खातिर।
The post Pyar wo hai jo jazbat ko samjhe, Shayari appeared first on Latest Shayari 2020.
Category : Love Shayari in Hindi
No comments:
Post a Comment